Drowing Prevention


सागर पब्लिक स्कूल में दसवीं का छात्र था। परीक्षा के बाद केरवा डैम में दोस्तों के साथ नहाने गया था।

Mandar end no more campaign by father mother after son death
भोपाल. पिछले  महीने 15 साल के बेटे मंदार की मौत ने रोटरी क्लब ईस्ट भोपाल के पूर्व अध्यक्ष विश्वास वेदघोषे और उनकी पत्नी प्रतिभा की जिंदगी में एक अजीब सन्नाटे से भर दिया था। सागर पब्लिक स्कूल में दसवीं का छात्र था। परीक्षा के बाद केरवा डैम में दोस्तों के साथ नहाने गया था। डूब गया। लाश ही लौटी थी। उसका सहपाठी शशांक तिवारी डूबते-डूबते बचा।
मंदार अकेला ऐसा नहीं, जिसकी यहां डूबने से मौत हो गई। पिछले कुछ सालों में 177 बच्चे या नौजवान ऐसे ही हादसे के शिकार हुए हैं। मंदार की मौत के बाद से विश्वास और प्रतिभा उस स्पॉट पर कई दफा आए, जहां मंदार ने अपने आखिरी कदम पानी में बढ़ाए थे। अब यह परिवार एक अभियान शुरू कर चुका है, मंदार-एंड-नो-मोर। मकसद है, दूसरों को ऐसी खतरनाक जगहों पर डूबने से बचाना। भोपाल रोटरी क्लब, भोपाल मैनेजमेंट एसोसिएशन और मंदार के दोस्तों के साथ मिलकर यह शुरुआत की गई है। दो अप्रैल को मंदार को श्रद्धांजलि देने के लिए 500 से ज्यादा लोग इकट्ठा हुए थे।
वेदघोषे बताते हैं कि हमने उसी दिन तय किया कि ऐसे जलाशयों में दूसरों को हर हाल में बचाना होगा। इसके लिए हमने केरवा और कलियासोत के जलाशयों का सर्वे भी कर लिया है। हमने इनके आस-पास रहने वाले तैराकों के लिए सुरक्षा उपकरण खरीद लिए हैं, जल्द ही इन्हें मुहैया करा दिया जाएगा। ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को फौरन मदद मिल सके।
आड़े नहीं आएगी अड़चन
उनकी पहली कोशिश है कि इन छोटे-छोटे जलाशयों को खाली करवा दिया जाए। इसके लिए वे खर्च वहन करने को भी तैयार हैं। इसके लिए जल संसाधन विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर जीसी शुक्ला ने सहमति दे दी है। फॉरेस्ट और रेवेन्यू डिपार्टमेंट से मंजूरी ली जा रही है। उन्हें उम्मीद है कि इस अभियान में कोई सरकारी अड़चन आड़े नहीं आएगी।
बीएसएनएल लगाएगा टॉवर
मंदार की यादें वेदघोषे परिवार को चार बार डैम के इलाके में लेकर गईं। उन्होंने पाया कि पानी के नीचे गहरे गड्ढे हैं, जहां अक्सर लोग फंस जाते हैं। पानी खाली करवाने के बाद इन गड्ढों को भरने के उपाय किए जाएंगे। वन विभाग, राजस्व विभाग, नगर निगम, जल संसाधान विभाग और भी जो संबंधित एजेंसियां होंगी, हम हर दरवाजे पर जाएंगे। विधायक और सांसद ने इस काम में मदद का भरोसा दिलाया है। बीएसएनएल के महाप्रबंधक महेश शुक्ला ने पिकनिक रेस्टोंरेंट के पास टाॅवर लगाने की बात कही है। मंदार के दोस्तों ने बताया था कि फोन लगाने की कई कोशिशों के बाद वे हादसे की सूचना दे पाए थे।
मंदार को संगीत के साथ फोटोग्राफी भी का भी शौक था। हादसे के दिन भी वह कैमरा साथ ले गया था। वह कैमरा अब तक नहीं मिला। जरूर उसकी आखिरी तस्वीरें उसमें होंगी। वेदघोषे की भावुक अपील है कि कैमरा लाने वाले को वे इनाम देंगे। मंदार की आखिरी झलक इस अभियान के लिए हमें और ताकत देगी।

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